आज, 22 दिसम्बर, रामानुजन का जन्मदिन है। भारत में इसे राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है। आए दिन कोई न कोई दिन तो होता ही है। आमतौर पर कई दिनों की हमें जानकारी नहीं होती है।
उनके जीवन पर अंग्रेज़ी में कई किताबें लिखी जा चुकीं हैं। इनमें से एक किताब का हिन्दी में अनुवाद करने का मुझसे अनुरोध किया गया था। जिन्होंने मुझसे अनुरोध किया था वे गणित के अध्यापक है अमेरिका में। मूल लेखक बिना धनराशि लिए अनुमति देने में असहमत थे। इसलिए यह काम संभव नहीं हुआ।
रामानुजन के जीवन पर एक अंग्रेज़ी फ़िल्म भी बनी है। जो कि यूट्यूब पर सहज उपलब्ध है। इसमें देव पटेल ने रामानुजन का किरदार निभाया है। वही देव पटेल जिन्होंने स्लमडॉग मिलेनियर में अभिनय किया था।
उन्नीसवीं सदी के भारत में ग़रीबी के हाल में उन्होंने गणित में महारत हासिल की। वह कहते थे कि उन्हें कोई दैविक शक्ति गणित के सारे समीकरण बता देती थी। उनके लिए गणित बहुत आसान विषय था। कोई पूछे कि तुमने यह कठिन सवाल चुटकी में कैसे कर लिया तो वे कहते थे बस यूँ ही मन में आ गया।
गणित में प्रूफ़ की आवश्यकता होती है। हल पता होना एक बात है। जब तक हल समझाया न जा सके वो मान्य नहीं है।
उदाहरण के तौर पर संलग्न चित्र में रामानुजन द्वारा दिया समीकरण देखें। यदि सीधे-सीधे अंतिम पंक्ति लिख दी जाए तो वह रोमांचित तो करेगा पर पल्ले नहीं पड़ेगा और जो बता रहा है उसे सीमित ज्ञान वाला व्यक्ति ही कहा जाएगा।
नम्बर थ्योरी गणित का ऐसा क्षेत्र है जिसके बारे में कहा जाता है कि इसकी कोई उपयोगिता नहीं है। यह रोचक है लेकिन किसी काम का नहीं। नम्बर थ्योरी के प्रणेता जी एच हार्डी के अनुसार ऐसा ही होना चाहिए। वे तो यहाँ तक कहते थे कि जिस दिन इसकी उपयोगिता निकल आएगी वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण दिन होगा।
राहुल उपाध्याय । 22 दिसम्बर 2020 । सिएटल
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