Saturday, July 9, 2022

भादवा-माता

पहला तीर्थ स्थल- नीमच स्थित भादवा माता। मान्यता है कि यहाँ के पानी से नहाने से सन्निपात से उत्पन्न विकार सही हो जाते हैं। मूक बोलने लगता है। अपंग चलने लगाता है। ठेले पर आओ, चल के जाओ। जल लगाओ, दर्द भगाओ। मुर्ग़ा छोड़ो, मुक्ति पाओ। 


जो समर्थ हैं, सम्पन्न हैं, सब राह अपनाते हैं। झाड़-फूंक से डॉक्टर-हकीम तक। 


मंदिर में आस्था है, व्यवस्था नहीं। आने-जाने के क्रमबद्ध रास्ते हैं। स्टील की रेलिंग हैं। लेकिन वहाँ मुर्ग़े हैं। श्रद्धालु जन सो रहे हैं। 


सुबह साढ़े पाँच से छ: तक आरती चली। किसी का फ़ोन नहीं बजा। किसी के हाथ में फ़ोन न था। सब घंटियों की ध्वनि में रम गए थे। 


फिर शुरू हुई दर्शन के लिए धक्का-मुक्की। 


राहुल उपाध्याय । 10 जुलाई 2022 । भादवा माता


पुनश्च: 

इसी मंदिर में मम्मी मासीजी को लेकर आईं थीं। मासीजी तो स्वस्थ नहीं हुई। मेरा ढाई वर्ष का भाई, अनिल, चल बसा।