Monday, December 19, 2022

गांधी संग्रहालय, मदुरै

आज मदुरै स्थित गांधी स्ंग्रहालय में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। मदुरै में जब समय की कमी है क्यों कोई पर्यटक गाँधी संग्रहालय जाएगा। पोरबंदर हो, दिल्ली हो, मुम्बई हो, कलकत्ता हो तो समझ भी आए। 


ख़ैर टूर आपरेटर ले गया। आश्चर्य हुआ कि वहाँ गाँधी जी का वो कपड़ा रखा हुआ है जिसे उन्होंने पहन रखा था जब उनकी हत्या हुई थी। 


समझ नहीं आया कि वो कपड़ा क्यों संग्रहालय के लिए बचा के रखा गया और वह भी मदुरै में। 


मैं गाँधी जी से बहुत प्रभावित हूँ और आज की यात्रा अविस्मरणीय रही। उनके लिखे दस्तावेज देखें। उनके खत देखे। उनके चश्मे की प्रतिलिपि देखी। उनके जीवन के बिरले चित्र देखे। 


ऐसा लगा जैसे उनके सानिध्य में कुछ पल बिता आया। आज भी लोग उनके बारे में कई अपमानजनक बातें कहते हैं। दुख होता है। लेकिन सबकी अपनी सोच है। यह सोचकर मैं विवाद में नहीं पड़ता। लोग संग्रहालय आए। सब पोस्टर पढ़ रहे थे,चीज़े निहार रहे थे, साथ ही उनको और उनके कार्य कलापो को बुरा भला कह रहे थे। 


कितने अजीब है हम। महाभारत के एक पात्र, कर्ण, को एक साहित्यकार महापंडित कर देता है। और लोगों की राय बदल जाती है। 


एक दल बहुमत से सत्ता में आ जाता है और इतिहास बदल जाता है। 2 अक्टूबर को सरसरी तौर पर शीष नवा दिया जाता है पर सत्य स्थापित करने की कोई कोशिश नहीं की जाती। 


राहुल उपाध्याय । 19 दिसम्बर 2022 । मदुरै


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