आज का रविवारीय भ्रमण साऊथ सिएटल कॉलेज के प्रांगण में स्थित चीनी उद्यान में हुआ।
अद्भुत सुन्दरता। सिएटल दुनिया के सारे शहरों में सर्वश्रेष्ठ शहर है। यह तो मैं जानता हूँ, और मानता हूँ। लेकिन मैं आश्चर्यचकित रह गया जो नज़ारे आज देखे उनसे।
जिधर नज़र फेरूँ कोई कली मुस्कराती मिली, या फूल खिलखिलाता हुआ, या कोई राह बाट जोहती हुई।
जबकि मुख्य चीनी उद्यान बंद था। वह नौ बजे खुलता है। हम तो मस्त मौला हैं । कभी किसी का इंतज़ार नहीं करते। सूर्यदेव भी निकले तो निकले। मेघ बरसे तो बरसे। तापमान गिरे तो गिरे। हम नहीं रूके कभी। जब तक कदमों तले फिसलन न हो, हमने सात से नौ, दो घंटे हमेशा भ्रमण चालू रखा।
इस कॉलेज में एवियेशन सम्बंधित शिक्षा भी दी जाती होगी। तभी तो दो पुराने हवाई जहाज़ रखें दिख गए।
ये बहुत ही पुराने लगे।
मैं जिस टू-सीटर प्लेन में बैठा हूँ, उसकी कहानी इस लिंक पर पढ़ें:
https://rahul-upadhyaya.blogspot.com/2021/01/3-2021.html?m=1
इस उद्यान के पास आर्बोरिटम भी है। वह भी बहुत मनोरम जगह है।
आज के फ़ोटो, आज के गीत के वीडियो में जोड़ दिए। मुझे उपयुक्त लगे।
(वीडियो में झरने के फ़ोटो 23 मई के हैं।)
जो नहीं जोड़ा उनमें से एक इस पोस्ट के साथ है।
राहुल उपाध्याय । 30 मई 2021 । सिएटल
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