पहले जब मम्मी मेरे साथ अमेरिका में नहीं थीं मैं उदासी वाली कविताएँ लिख कर साझा करता था।
मुझे आश्चर्य होता था जब उसे पढ़कर कई पाठक भावुक हो जाते थे।
मैं घर पर आयोजित गोष्ठियों में पढ़ते वक़्त रो ही पड़ता था। एक बार तो एक श्रोता भी खुद को रोक नहीं पाई।
अब जब मम्मी मेरे साथ हैं और पिछले दो महीनों से अस्वस्थ हैं तो मैं उनकी वो हर हरकत वीडियो द्वारा साझा करता हूँ जिसमें उनके सुधार की प्रगति नज़र आती है। मुझे बेहद ख़ुशी होती है जानकर कि इन वीडियो को भी कुछ मित्र पसन्द कर रहे हैं।
मम्मी को कोई रोग नहीं है, पीड़ा नहीं है, कष्ट नहीं है, चिन्ता नहीं है, इच्छा नहीं है।
न जाने किस वजह से खाना-पीना छोड़ दिया। इस कारण वे काफ़ी कमजोर हो गईं। 22 दिन अस्पताल में गुज़ारने के बाद अब समय-समय पर मेरे कहने पर सेव का रस, पेठे का रस काले नमक के साथ, इन्श्योर लिक्विड फ़ूड पी लेती हैं।
खाने में सिर्फ़ वनीला आईसक्रीम खाती हैं।
आज उस आईसक्रीम में मैंने पके हुए आम का रस निचोड़ दिया। कोई मिक्सी नहीं। हाथ में पकड़ कर जैसे चूसते हैं वैसे ही। बस चूसा नहीं नींबू की तरह निचोड़ दिया।
वीडियो में देखें कैसे कटोरी को टिल्ट करती हैं जब कम होने लग जाती है और रस ही बचता है। चम्मच को भी कटोरी के किनारे से रगड़ती हैं ताकि टपके नहीं।
राहुल उपाध्याय । 2 मई 2021 । सिएटल
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