Tuesday, January 25, 2022

ग्रामीण अंचल का वीडियो

https://youtu.be/CanLD_KkwIQ


यह दो वर्ष पहले पोस्ट किया गया वीडियो शायद उत्तर प्रदेश के जौनपुर का है। 


अद्भुत वीडियो है। मंच पर छ: बालिकाएँ किसी फ़िल्म गीत पर नृत्य कर रहीं हैं। शायद 26 जनवरी का आयोजन है। वे अपने नृत्य में मस्त हैं। जो स्टेप्स उन्हें उनकी माँ ने या शिक्षक ने सिखाएँ हैं वे उन्हें यहाँ दोहरा रहीं हैं। उन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि कोई उन्हें देख भी रहा है या नहीं। कैमरे वाला तो देख ही रहा है ज़ूम कर के। लेकिन मंच पर कोई व्यक्ति किसी इंतज़ाम में इतना व्यस्त है कि इतने पास होते हुए भी इतना दूर। एक फूटी आँख नहीं देखा इन्हें। और इन बालिकाओं की एकाग्रता की भी प्रशंसा करनी होगी। ख़ासकर पीछे की क़तार में बीच वाली की। उसके इतने क़रीब से वह व्यक्ति गुज़रा और यह अपने स्टेप्स में मशगूल रही। 


एक सज्जन तो मंच की बाईं और बैठे हैं। उन्हें कोई काम भी नहीं है। फिर भी नहीं देखना है, तो नहीं देख रहे हैं। 


माहौल भी देखिए। जगह भी देखिए। किसी खेत के पास की किसी सड़क के पास। मोटर साईकल आ रही हैं।  जा रही हैं। लोग आ रहे हैं। जा रहे हैं। सब सामान्य रूप से चल रहा है। किसी के भी कदम में कोई ज़रा सी भी भनक नहीं कि मंच पर कुछ हो भी रहा है। 


(काश कविता सुनाना इतना आसान होता। हमें तो कोई हमारी तरफ़ देखे नहीं तो कविता मुँह से निकलती ही नहीं।)


भारत के ग्रामीण अंचल का एक अच्छा ख़ासा दस्तावेज है यह। 


बालिकाओं ने नृत्य अनुरूप पोशाकें पहनी हैं। लेकिन सब की एक जैसी नहीं हैं। यह भी अच्छा लगा कि अभिभावकों को कोई अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना पड़ा। इन्हीं पोशाकों में वे किसी जन्मदिन या शादी के कार्यक्रम में शरीक हो सकती हैं। एक पंथ, दो काज। या हो सकता है ये किसी शादी या जन्मदिन की ही पोशाकें हों। 


राहुल उपाध्याय । 25 जनवरी 2022 । सिएटल 



No comments: