Monday, November 23, 2020

26 नवम्बर 1963

मैं जब दसवीं की परीक्षा के लिए आवेदन पत्र भर रहा था, तब मैंने बाऊजी-मम्मी से अपनी जन्मतिथि पूछी तो दोनों में बहस होने लगी। एक कहे 26 अक्टूबर, एक कहे 26 नवम्बर। मुझे बहुत दु:ख हुआ कि चलो जन्मदिन नहीं मनाया कभी, सो कोई बात नहीं। पर जन्मदिन ठीक से याद भी नहीं?


मम्मी को याद था कि वह देवोत्थानी एकादशी की रात थी। सो पंचांग निकाल कर 26 नवम्बर मान लिया गया। अब पता चला कि रात की बारह बज चुके थे सो क़ायदे से 27 नवम्बर होना चाहिए। 


चूँकि शुरू के कुछ वर्षों में मैं जन्मोत्सव से वंचित रहा, इसलिए अब चार दिन अपना जन्मोत्सव मनाता हूँ। देवोत्थानी एकादशी और उसके अगले दिन द्वादशी को भी। 26 नवम्बर और 27 नवम्बर को भी।  


इस वर्ष विक्रम सम्वत् में बारह महीने के बजाय तेरह महीने रहे। पितृ पक्ष के समाप्त होते ही नवरात्रि आरम्भ हो जाती है। इस वर्ष वह एक महीने बाद हुई। अतिरिक्त माह को अधिक मास या पुरूषोत्तम माह कहा जाता है। 


जैसे कि ग्रिगोरियन कैलेण्डर, जो कि पूर्णिमा या अमावस पर आधारित नहीं है, में हर चार साल बाद फ़रवरी में एक दिन जोड़ दिया जाता है वैसे ही हर 32.5 महीने बाद चन्द्रमा पर आधारित भारतीय हिन्दू कैलेण्डर में एक अतिरिक्त महीना जोड़ दिया जाता है। 


लेकिन आश्चर्य की बात है कि कार्तिक माह कभी अधिक माह नहीं रहा। 250 साल की अवधि में (1901 ईस्वी से 2050 ईस्वी तक) सिर्फ एक बार ऐसा हुआ है। और वह था वर्ष 1963। यानी जिस वर्ष मैं पैदा हुआ। 


और इससे भी ज़्यादा अचरज की बात है कि उस वर्ष भैया दूज दीवाली के दो दिन बाद नहीं, 31 दिन बाद हुई। 16 अक्टूबर को दीवाली थी। 17 नवम्बर को भैया दूज। 


देवोत्थानी एकादशी दीवाली के ग्यारह दिन बाद नहीं 41 दिन बाद हुई। 


इसीलिए मेरी जन्मतिथि और जन्मदिन एक लम्बे अरसे तक फिर से एक ही दिन नहीं हो सकते। 


और मैं जिस वर्ष पैदा हुआ, वह था 2020। यानी आज ही का साल। फ़र्क़ सिर्फ इतना है कि आज है 2020 ईस्वी। और वह था विक्रम सम्वत् 2020। 


इस वर्ष मेरे जन्मदिन पर अमेरिका में चार दिन, 26-29 तक, का अवकाश भी रहेगा। 26 को धन्यवाद ज्ञापन दिवस। 27 को क्रिसमस की ख़रीदारी। 28, 29 शनि-रवि। 


जब मेरा जन्मदिन 26 नवम्बर तय हो गया तो बाऊजी ने बड़े धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया। तब हम कलकत्ता में ढाकूरिया झील के पास शरत बनर्जी रोड पर रहते थे। उस झील पर एक क्लब था। क्लब किराया से लिया गया। भव्य पार्टी दी गई। 


मैं बहुत रोष में रहा। मुझे लगा कि दिखावा हो रहा है। सब लोगों से कटा-कटा सा रहा। अनमना सा। 


उस दिन के लिए यह शर्ट ली गई थी। 


उसके बाद बारहवीं की परीक्षा, जे-ई-आ, मेडिकल, आर-ई-सी - सब के लिए यही फ़ोटो आवेदन पत्र पर चिपकाया गया। 


राहुल उपाध्याय । 23 नवम्बर 2020 । सिएटल 




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Best Regards,
Rahul
425-445-0827

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