भाषा के साथ यह सुविधा/दिक्कत है कि एक ही शब्द की कई प्रचलित वर्तनियाँ हो जाती हैं।
बिलकुल और बिल्कुल दोनों ही मान्य हैं।
गुगल ने दोनों के अर्थ थोड़े अलग बताए।
जब शब्दकोश देखा तो बिलकुल और बिल्कुल दोनों के लिए बिलकुल की प्रविष्टि ही दिखा रहा है। मानो बिल्कुल की प्रविष्टि ही नहीं है। जबकि चटियल का अर्थ समझाने में बिल्कुल का इस्तेमाल किया है बिलकुल का नहीं।
http://www.hindi2dictionary.com/बिलकुल-meaning-hindi.html
http://www.hindi2dictionary.com/search.html?q=बिल्कुल
संयोगवश यहाँ गोलक पर भी नज़र पड़ गई। शब्दकोश भी कमाल की चीज़ है, जिसके लिए कभी किसी शब्द की आवश्यकता नहीं हुई, उसके लिए भी एक शब्द है।
राहुल उपाध्याय । 13 जून 2021 । सिएटल
No comments:
Post a Comment