जितने भी लोग आज मम्मी की याद में एकत्रित हुए सब ने किसी न किसी काम में हाथ बँटाया।
मैंने बहुत ही साधारण सा नियम रखा था। दिन में 12 से लेकर रात के दस बजे तक कभी भी कोई आ सकता है। बैठेंगे, बातें करेंगे, कुछ खा-पी लेंगे।
भोजन भी साधारण, रोटी-सब्ज़ी, दाल-चावल, पापड़, आईसक्रीम।
राहुल उपाध्याय । 6 फ़रवरी 2022 । सिएटल
No comments:
Post a Comment