Sunday, February 6, 2022

मम्मी की छ: माही

जितने भी लोग आज मम्मी की याद में एकत्रित हुए सब ने किसी न किसी काम में हाथ बँटाया। 


मैंने बहुत ही साधारण सा नियम रखा था। दिन में 12 से लेकर रात के दस बजे तक कभी भी कोई आ सकता है। बैठेंगे, बातें करेंगे, कुछ खा-पी लेंगे। 


भोजन भी साधारण, रोटी-सब्ज़ी, दाल-चावल, पापड़, आईसक्रीम। 


राहुल उपाध्याय । 6 फ़रवरी 2022 । सिएटल 




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