लगन हो तो किसी भी काम से प्रसिद्धि पाई जा सकती है।
चंचल माता के भजन बुलंद आवाज़ में गाते थे। यह एक ऐसी ख़ूबी थी कि राज कपूर जैसे निर्माता-निर्देशक ने अपनी महान कला कृति बॉबी में उन्हें स्थान दिया। वह भी ऐसे कि सिर्फ पार्श्वगायक ही नहीं, पर्दे पर दिखाई भी दिए, बक़ायदा गाते-बजाते हुए।
यह गीत समाप्त होता है इस टेक पर कि: मैं नहीं बोलना।
अब वे कभी नहीं बोलेंगे।
राहुल उपाध्याय । 22 जनवरी 2021 । सिएटल
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