यह फ़ोटो 25 अगस्त 2015 का है। मम्मी चण्डीगढ़ से रवाना हो रही हैं दिल्ली के लिए।
अगस्त 2015 में रीटा भारत गई थी अपनी माँ और बच्चों के साथ।
चण्डीगढ़ भी घुमा दिया।
जुलाई 2015 में मेरा अभिन्न मित्र, राजेश शर्मा, पचास वर्ष की आयु में ही नींद में गुज़र गया था।
राजेश ने, हम दोनों बेटों से ज़्यादा बढ़कर मेरी मम्मी की सेवा की।
उससे मैंने बहुत सीखा। उसने जितना किया उससे मुझे बहुत प्रेरणा मिली। वह था तब तक मैं निश्चिंत था, उसके भरोसे।
नहीं रहा तो पथ प्रदर्शक रहा।
राहुल उपाध्याय । 25 अगस्त 2021 । सिएटल
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