24 अगस्त 2015। रीटा की दादी के साथ। जिन्हें सब बीजी कह कर बुलाते थे। अप्रैल 2017 में वे गुज़र गईं। उनके अंतिम संस्कार में मैं मम्मी को लेकर चण्डीगढ़ जा रहा था। तभी यह रचना लिखी थी:
https://mere--words.blogspot.com/2017/04/blog-post.html?m=1
No comments:
Post a Comment